symptoms of ocd
अनिवार्य-आवश्यक विचारों और उत्कृष्टि/समरसता
की चाहत के अव्यापी
चिन्हों के रूप में
(OCD) प्रकट होता है। इसमें
स्थायी, आघातपूर्ण विचार (विचार-आवृत्तियाँ) से प्रेरित जोखिमयुक्त
विचारों और दोहरावली क्रियाओं
या मानसिक क्रियाओं (आदतों) की अवधारणा होती
है। लक्षण भिन्न होते हैं, लेकिन
आमतौर पर संदेह भय,
सुरक्षा के संदेह या
व्यवस्था/व्यवस्थितता की आवश्यकता के
भय के साथ संकोच
होता है। व्यक्ति अत्यधिक
सफाई कर सकता है,
जांच सकता है, या
व्यवस्थित कर सकता है
ताकि चिंता को कम किया
जा सके।
मनोवैज्ञानिक
रूप से, जब उनके
संकोचों का प्रतिसाद अस्वीकार
किया जाता है, तो
पीड़ा महसूस होती है। OCD व्यक्तियों
को विभिन्न तरीकों से प्रभावित करता
है; कुछ केवल आवृत्तियों
के साथ होते हैं
जो दिखाई नहीं देती हैं,
जबकि दूसरे बिना स्पष्ट चिंता
के संकोच में लगे रहते
हैं।
इसका
उपचार सामान्यत: थेरेपी, दवाइयाँ या उनके संयोजन
के रूप में होता
है। मानसिक-व्यवहारिक थेरेपी (CBT), खासकर Exposure and Response
Prevention (ERP), व्यक्तियों
को बिना संकोचों में
प्रतिसाद दिए बिना डरों
का सामना करने में मदद
करती है। दवाइयाँ, जैसे
की चयनित सेरोटोनिन पुनर्संचयन प्रतिबंधक (SSRIs), भी लक्षणों को
कम करने में मदद
कर सकती हैं।
OCD के लक्षणों
को समझना समय पर इंगित
करना महत्त्वपूर्ण है, ताकि समय
रहते सहायता मिल सके और
लोग अपनी स्थिति को
संभालकर सकारात्मक जीवन जी सकें।
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